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दिसंबर, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Bihar Board Intermediate Political Science Notes

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  प्रश्न:- सुशासन से आप क्या समझते हैं? उत्तर:- सुशासन का तात्पर्य अच्छी शासन व्यवस्था है एक अच्छी शासन व्यवस्था में निम्न गुण पाए जाते हैं। एक अच्छी शासन व्यवस्था में सामाजिक व आर्थिक समानता पाई जाती है। आर्थिक दृष्टि से लोगों के बीच के अंतर को कम करने का गंभीर प्रयास किया जाता है। देश की जनता को साक्षर बनाने को प्रमुखता दी जाती है। देश की प्रगति के लिए जनता को साक्षर होना बहुत आवश्यक है। सुशासन में रोजगार के अधिक से अधिक अवसरों की खोज की जाती है। ताकि बेरोजगारी की समस्या को कम किया जा सके। सुशासन में अहिंसा की नीति का पालन किया जाता है। लोगों को अपनी बात कहने या विरोध करने के लिए अहिंसा का रास्ता अपनाने का सुझाव दिया जाता है। प्रश्न:- राष्ट्रपति शासन से क्या समझते हैं? अथवा, राष्ट्रपति शासन किन परिस्थितियों में लगाया जाता है?  उत्तर:- राष्ट्रपति शासन प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा लगाया जाता है। राष्ट्रपति शासन एक ऐसा शासन है जिसमें केंद्रीय मंत्रिमंडल भंग हो जाती है और देश का शासन कार्य प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रपति के हाथ में आ जाती हैं। राष्ट्रपति के नाम से देश का शासन

जीव जनन कैसे करते हैं?

  जनन/ प्रजनन ( Reproduction) इस पोस्ट में क्या है?  जनन की परिभाषा जनन की प्रकार अलैंगिक जनन की विधियां लैंगिक और अलैंगिक जनन में अंतर मनुष्य में होने वाले यौन रोग एवं उसका उपचार परिवार नियोजन की विधियां

संधि और उसके भेद

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 संधि  संधि दो शब्दों से मिलकर बना है – सम् + धि। जिसका अर्थ होता है ‘मिलना ‘।  👉जब दो शब्द मिलते हैं तो पहले शब्द की अंतिम ध्वनि और दूसरे शब्द की पहली ध्वनि आपस में मिलकर जो परिवर्तन लाती हैं उसे संधि कहते हैं।  👉अथार्त संधि किये गये शब्दों को अलग-अलग करके पहले की तरह करना ही संधि विच्छेद कहलाता है। अथार्त जब दो शब्द आपस में मिलकर कोई तीसरा शब्द बनती हैं तब जो परिवर्तन होता है , उसे संधि कहते हैं। उदहारण :-  हिमालय = हिम + आलय ,  सत् + आनंद =सदानंद। ♦️संधि के प्रकार : संधि तीन प्रकार की होती हैं :- (1) स्वर संधि (2) व्यंजन संधि (3) विसर्ग संधि  ◆स्वर संधि :- जब स्वर के साथ स्वर का मेल होता है तब जो परिवर्तन होता है उसे स्वर संधि कहते हैं। हिंदी में स्वरों की संख्या ग्यारह होती है। बाकी के अक्षर व्यंजन होते हैं। जब दो स्वर मिलते हैं जब उससे जो तीसरा स्वर बनता है उसे स्वर संधि कहते हैं। उदहारण :- विद्या + आलय = विद्यालय। ★स्वर संधि पांच प्रकार की होती हैं :- (क) दीर्घ संधि (ख) गुण संधि (ग) वृद्धि संधि (घ) यण संधि (ड)अयादि संधि ♦️1. दीर्घ संधि :- जब ( अ , आ ) के साथ ( अ , आ ) हो त

Sangya kise kahate hai .

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हिंदी व्याकरण  1. Sangya kise kahate hai  ?यह कितने प्रकार के होते हैं?  उदाहरण सहित वर्णन करें । उत्तर:- किसी व्यक्ति, वास्तु, स्थान, जानवर, और विचार के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे:- बकरी, आदमी, मुकुंदा, किताब ,कलम इत्यादि। संज्ञा के प्रकार   संज्ञा मुख्यता पांच प्रकार के होते हैं-  1.व्यक्तिवाचक संज्ञा:-   किसी खास व्यक्ति, वस्तु ,स्थान के नाम को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। Concept  जैसे :- राम, मुकुंदा, दिल्ली , ताजमहल इत्यादि। 2.जातिवाचक संज्ञा:- जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या जानवर के पूरे जाति का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।  जैसे :- कुत्ता, लड़का, लड़की, आदमी  Concept public school 3.समूहवाचक संज्ञा:- जिस संज्ञा से पूरे झुंड या समूह का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- मेला, कक्षा, खिलाड़ी, अंगूर,   4.द्रव्यवाचक संज्ञा:- वैसे चीजों के नाम जिसे नापा या तौला जा सके, लेकिन गिना नहीं जा सके, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।    Concept institute  जैसे-  दूध , चावल , आटा, पेट्रोल,  5.भाववाचक संज्ञा:-   भावना, विचार, अनुभव, आदि के नाम को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। 📌

समास और उसके भेद

  प्रश्न:- समास किसे कहते हैं? उसके भेदों को सोदाहरण समझाइए। उत्तर:- जब दो या दो से अधिक पद अपने बीच के विभक्ति को छोड़कर मिल जाते हैं तो इस मेल को समास कहते हैं। या,  जब दो या दो से अधिक पद मिलकर एक पद हो जाते हैं तो इस क्रिया को समास कहते हैं। समास का अर्थ होता है- संक्षेप। समास के भेद समास के 6 भेद है-  तत्पुरुष समास:- जिस समास में पहला पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। जैसे:- राजा का मंत्री= राज्यमंत्री , रसोई का घर= रसोईघर,  अव्ययीभाव समास:- जिस समास में पूर्व पद अव्यय रहता है उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। जैसे:- दिन दिन= प्रतिदिन,  द्वंद समास:- जिस सामासिक शब्द के सभी पद प्रधान होते हैं, उसे तो द्वंद समास कहते हैं। जैसे:- सीता और राम= सीता-राम कर्मधारय समास:- जिस सामासिक शब्द का पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य से हो उसे कर्मधारय समास कहते हैं। जैसे:- नीलकमल, नीलगाय, नरसिंह द्विगु समास:- जिस सामासिक शब्द का पूर्व पद संख्यावाचक हो उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे :- त्रिभुवन, चौराहा, शताब्दी बहुव्रीहि समास:- जिस समास में अन्य पद की प्रधानता हो उसे बहुव्रीहि समास कहते ह

10th के बोर्ड एग्जाम में अच्छा मार्क्स कैसे लाएं?

नमस्कार दोस्तों ! मैं हूं अहमद हुसैन और आज फिर आ गया हूं आप लोगों के बीच पढ़ाई से  related post लेकर  । आज मैं बात कारण वाला हूं  कि 10th के बोर्ड एग्जाम में अच्छा मार्क्स कैसे लाएं ?  आज का ये पोस्ट स्टूडेंट के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा विशेष कर उन लोगों के लिए जो 10 th के बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं।   दोस्तों  बिहार बोर्ड की 10 th के    एग्जाम 500 मार्क्स का होता हैं। जो निम्न प्रकार है- 1.Mathematics       100 marks 2. science ( physics, chemistry and           Biology)-80+20 =100 marks 3. Social science      80+20 =100 4. Hindi or Non-hindi            100  5.Urdu or Sanskrit                 100      यहां देख सकते हैं कि मैथ्स , उर्दू और हिन्दी ये सब एक सौ अंक का है लेकिन विज्ञान और समाज इक विज्ञान में  80 मार्क्स का theory का एग्जाम के लिए तीन किताब की तैयारी करना पड़ता है जिसमें समय बहुत लगता है । इसलिए यदि हम हिन्दी उर्दू और गणित के तैयारी करते हैं तो कम समय में हम अच्छा रिजल्ट कर सकते हैं क्योकि तीनों को मिलाकर 300 मार्क्स होता है जो फर्स्ट  डिवीजन है । इन

धातु और अधातु

धातु और अधातु  (Metal and Non Metal )  प्रश्न:- धातु किसे कहते हैं? उसके भौतिक  गुणों को लिखें।  उत्तर:- वैसे तत्व जो विद्युत एवं उष्मा का चालन करते हैं और आघातवर्धनीय एवं तन्य होते हैं, उसे धातु कहते हैं। धातु के भौतिक गुण:- चमक:- सभी धातुएं प्रायः चमकीले होते हैं। धातु के इस गुण को धात्विक चमक कहते हैं। कठोरता:- सभी धातु एक कठोर होती हैं उन्हें चाकू से काटा नहीं जा सकता है। आघातवर्ध्य:-  धातुओ आघातवर्ध्य होती है। अतः उसे पीट-पीटकर चादरे बनाए जा सकते हैं। सोना  एवं चांदी सबसे अधिक आघातवर्ध्य होती हैं। तन्यता:-  धातु तन्य  होती हैं। अर्थात इन्हें खींचकर इनसे महीन तार बनाए जा सकते हैं। सोना  एवं सिल्वर सर्वाधिक तन्य होती है1 ग्राम सोना से 2 किलोमीटर लंबे तार बनाए जा सकते हैं। उष्मीय एवं विद्युत चालकता:- सभी उस्मा एवं विद्युत की सुचालक होती है। सिल्वर  उष्मा तथा विद्युत की सबसे अधिक सुचालक होती हैं। प्रश्न:- अधातु क्या है? इसके भौतिक गुणों को लिखें। उत्तर:- वैसे तत्व जो उस्मा एवं विद्युत का चालन नहीं करते हैं और ना ही आघातवर्धनीय एवं तन्य में होती है, लेकिन वे भंगुर होते हैं, उसे अधात